किसी ने बड़े कमाल के बात कही है।
हार से निराश होने से पहले बस ये याद रखना कभी-कभी वो गुच्छे में लगी आखिरी चाबी भी ताला खोल देती है।
नमस्ते दोस्तों मैं हूं rj vijay
एक बड़ी ही छोटी कहानी है।
एक लड़के की नौकरी लगी उससे पहले लड़के ने बिजनेसमैन के यहा इंटेंशन शिप की बड़े बिजनेसमैन बुजुर्ग थे विद्वान थे।
उनसे काफी कुछ सीखा उसके बाद उसे जॉब मिल गई ।जब वो जॉब के लिए जा रहा था तो उनसे कह कर के जा रहा था आप मुझे लगातार गाइड करते रहना क्योंकि आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया है।
आप ही के सिखाई हुए बातें मुझे नई जॉब में इंप्लीमेंट करनी है।
उसने कहा ठीक है कोई बात नहीं टेंशन मत लो।
उधर वह जाकर नौकरी करने लगा अपने मिन्ठैर को भूल गया अब क्या मतलब नौकरी चल रही है बढ़िया।
उधर वो जो बिजनेसमैन से उन्होंने बिजनेस से रिटायर ले लिया अपने बच्चों को बिजनेस सौप दिया ।
और घर पर रह करके अपना गार्डनिंग करने लगे अपने जो उनके हॉबिस थी उनको करने लगे ।
ये जो लड़का था इसकी जॉब लग चुकी थी यह 2 साल तक ढाई साल तक बड़ी मेहनत से ईमानदारी से काम करता रहा हूं जो जो मिन्ठैर ने कहा था ईमानदारी से काम करना,काम से काम रखना ड्यूटी निभाना ये वो सारी वो बाते सिखाई गई थी एंटीगिटी होनेस्टी सिखाई गई थी फॉलो किया।
3 साल होने को आया लेकिन। इसका प्रमोशन नहीं हो रहा था इसका पैसा नहीं बढ़ रहा था।
इसके आजू-बाजू वाले जो लोग थे जो वहां फैक्ट्री में काम करते थे सबका जो था प्रमोशन होता जा रहा था।
इसे चीड़ होने लगी फिर 1 दिन याद आया कि मेरे मिन्ठैर जिन्होंने मुझे सिखाया मेरे गुरु उनसे मिलने के लिए जाता हूं।
तो पहुंचा उस बिजनेसमैन के ऑफिस में तो उन्होंने बताया कि साहब ने रिटायरमेंट ले लिया घर पर रहते हैं आजकल तो घर पर पहुंचा शाम का समय था। बगीचे में बागवनी कर रहे थे उनके पास जाकर के प्रणाम किया और कहां कैसे हैं आप पहचाना।
उन्होंने कहा बिल्कुल तो इसने कहा आपने मुझे जो जो बातें सिखाई थी सारी बातें फॉलो कर रहा हूं।
लेकिन समस्या यह है पिछले 3 साल से पैसे नहीं बढ़ रहे हैं प्रमोशन नहीं हो रहा है करना क्या चाहिए?
तो उस मिन्ठैर ने कहा एक काम करो तुम कल की छुट्टी ले लो बिना कुछ रीजन बताएं बस छुट्टी ले लो इसने कहा अच्छा, मिन्ठैर ने कहा जी हां।
वो होता है ना जो कभी-कभी बल्ब जो होता है जल रहा होता है लगातार तो हम ध्यान नहीं देते जिस दिन बुझ जाता है उस दिन पता चलता है कि यह इंपोर्टेंट है।
कल करके देखो, अगले दिन वो लड़का गया उसने जाकर के उस फैक्ट्री से छुट्टी ले ली और उसके अगले दिन जब वो आया तो उसके बॉस ने उसे बुलाया उसको प्रमोशन दे दिया।
क्योंकि उसके बॉस को मालूम चला की एक दिन ये नई आया तो कितना नुकसान झेलना पड़ा है।
इसके होने से कितने सारे काम आसानी से हो रहे थे।
किस लड़के को लगा मेरे गुरु जी जो मिन्ठैर है वह तो वाकई में कमाल है कितने विद्वान हैं मतलब एक छोटा सा आईडिया दिया,और कमाल हो गया।
उसके बाद में ये वापस काम करने लगा फिर जब इसको लगता था पैसे नहीं बढ़ रहे हैं प्रमोशन नहीं हो रहा है फिर से छुट्टी ले लेता हूं।
2 दिन 3 दिन नहीं आता था। फिर से थोड़े पैसे बढ़ जाते थे ऐसा चलता रहता था। बार-बार गायब होता रहता था इसको लगता था फार्मूला मिल चुका है।
1 दिन फिर छुट्टी लेने के बाद जब पहुंचा ऑफिस तो वहां गार्ड ने कहा कि आप अंदर नहीं जा सकते, क्योंकि आपको नौकरी से निकाल दिया गया है।
इसका दिमाग खराब हो गया दौड़कर के अपने गुरु के पास पहुंचा जाकर मिन्ठैर से कहने लगा, सर मुझे जॉब से निकाल दिया गया आपक फार्मूला तो फेल हो गया।
उन्होंने पूछा, सच सच बताना पहली बार क्या हुआ उसने कहा पहली बार मैं तो सैलरी बढ़ी दूसरी तीसरी बार भी बढ़ ही लेकिन अब नौकरी से निकाल दिया गया।
तो मिन्ठैर ने कहा , तुमने मेरी बात पूरी नहीं सुनी थी आधी बात सुन कर के गए कि बल्ब अगर बुझ जाए तो ध्यान जाता है कि बल्ब बड़ा इंपॉर्टेंट था।
लेकिन वही लाइट का बल्ब बार-बार जलता बुझता जलता बुझता रहे । तो उसे रिप्लेस कर दिया जाता है उस पर ध्यान नहीं दिया जाता है ।
तुमने बैलेंस नहीं बनाया।
छोटी सी कहानी सिखाती है की लाइफ में बैलेंसिंग बहुत ही इंपॉर्टेंट है चाहे किसी भी चीज की चाहे प्रोफेशनल लाइफ की हो या पर्सनल लाइफ की हो आप अपनी वैल्यू बताइए लोगों को लेकिन सिर्फ अपने ही वैल्यू बताते रहिए वरना 1 दिन आएगा जहां लोग आप से दूरी बनाना शुरू कर देंगे संतुलन प्रकृति का नियम है
एक बार फिर से वही बात अक्सर आप से कहता हूं ऊपर वाले के आशीर्वाद के साथ अपनी मेहनत और अपनों के प्यार के साथ
कर दिखाओ कुछ ऐसा ।
कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा।।
By rjvijay
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