किसी ने बड़े कमाल की बात कही है
अवसर और सूर्य उदय में एक ही समानता है।
देर करने वाले हमेशा इन्हें खो देते हैं।
नमस्ते दोस्तों मैं हूं Rjvijay
और एक छोटी कहानी।
यह कहानी है मनीष नाम के लड़के की जो मिडल क्लास फैमिली में पैदा हुआ।
जो ट्वेल्थ क्लास तक टॉप करता जा रहा था कमाल का बच्चा पढ़ने लिखने में सबसे आगे।
फैमिली को उस पर गर्व था।
फैमिली को लगता था कि बच्चा जब बड़ा हो जाएगा तो कुछ कमाल करेगा। हम लोगों की लाइफ बदल देगा।
हमारी फैमिली में हैप्पीनेस आ जाएगी सब कुछ बदल देगा सिर्फ और सिर्फ ये लड़का ।
लेकिन वह लड़का जब ट्वेल्थ पास करके कॉलेज में गया ।
तो उसकी लाइफ बदल गई। उसके आसपास ऐसे दोस्त आ गए जिन्होंने उसे बिगाड़ के रख दिया।
देर रात तक पार्टी चलने लगी घरवालों से झूठ बोल कर के पैसे मंगाने लगा।
घरवालों को समझ में आ रहा था उन्होंने 1 दिन इसको समझाने की कोशिश की।
लेकिन मनीष ने घरवालों को डांट दिया आप लोग मुझे ज्ञान मत दीजिए मुझे सब कुछ मालूम है
और आपके ज्ञान से बात नहीं बनेगी आप शांत रहिए मैं अपनी जिंदगी जी लूंगा।
घरवालों ने कुछ नहीं बोला।
1 साल के बाद में जब रिजल्ट आया तब मनीष 1 सब्जेक्ट में फेल हो गया और जहां ये फेल होने वाली बात सामने आए
वही ये बात किसके इगो को हर्ट कर गई जो लड़का ट्वेल्थ तक टॉप करता आ रहा था।
वह लड़का कॉलेज में जाते ही फेल कैसे हो सकता है।
और ये जो फेल होने वाली बात थी इसके मन में उसके दिमाग में इतना घर कर गई कि वह लड़का घर में बंद हो गया।
एक कमरे में रहने लग गया।
घरवालों से बात करना बंद कर दिया दोस्तों के फोन उठाना बंद कर दिया यहां तक कि बाहर आना जाना बंद कर दिया।
मनीष धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो रहा था।
ऐसा लग रहा था उसके लाइफ में यही पर ही ब्रेक लग जाएग सब कुछ खत्म हो जाएगा।
मनीष जिस स्कूल में पढ़ता था जहा से उन्होंने 12th पास आऊट की थी वाहा के प्रीसिपल को जब ये बात मालूम चली।
तो उन्होंने मनीष को अपने से मिलने के लिए बुलाया डिनर पर बुलाया ।
तो वह इनविटेशन मना नहीं कर सका ।
इसको मानना ही पड़ा कि न्योता आया था प्रिंसिपल के पास जाना था।
तो मनीष पहुंचा शाम को और इसने देखा प्रिंसिपल साहब गार्डन में अंगूठी पर हाथ सेक रहे थे। सर्दी का माहौल था।
ये भी जा कर बैठ गया उन्होंने पूछा ।
क्या हाल-चाल है बेटा क्या चल रहा है
तो उसने कुछ नहीं बोला।
10:15 मिनट तक दोनों के बीच में बातचीत नहीं हुई।
तो प्रिंसिपल साहब ने सोचा की क्या अलग किया जाए ।
उसने अंगीठी में से एक धदकता कोयला जल रहा था उसको बाहर निकाला और धदकते हुए टुकड़े को मिट्टी में फेंक दिया।
जैसे ही मिलती में फेंका थोड़ी देर तो धदका उसके बाद बुझ गया।
तब मनीष ने बोला,सर आपने ये क्या किया एक कोयले का टुकड़ा जो अंदर जल रहा था धदक रहा था हमें गर्मी दे रहा था उसको बाहर मिट्टी में फेंक दिया बर्बाद कर दिया।
तो प्रिंसिपल ने कहा बर्बाद कहां कर दिया कौन से बड़ी बात हुई वापस इसको ठीक कर देते हैं।
उन्होंने उस कोयले को टुकड़े को उठाया मिट्टी में से और वापस अंगेटी में डाल दिया।
तो प्रिंसिपल ने पूछा बेटा कुछ समझ आया,
तो मनीष ने कहा नहीं।
तो प्रिंसिपल ने कहा , बेटा मैं तुम्हें यही समझाने यहां बुला रहा था ये कोयले का टुकड़ा है।
ये तुम हो तुम जब अंगेटी से बाहर आए गलत संगति में गए मिट्टी में गए । तो बूझ गए ।
लेकिन वापस आ करके जल सकते हो बस शर्त ये है कि तुम्हे वापस आना होगा अपनी लाइफस्टाइल बदलनी होगी।
दोस्त बदलने होगे।
बस इतनी सी बात तुम्हे समझने के लिए याहा बुलाना चाहता था । मनीष को सारी बात समझ में आ गया उसकी लाइफ बदल गई।
हम में से कई सारे लोग ऐसे है जो डिप्रेशन का शिकार हो रहे है ।
सिर्फ और सिर्फ एक घटना के वजह से हो सकता हे जिंदगी के किसी मोड़ पर आप फेल हो गए हो
और आपको लग रहा है ।
सब कुछ बर्बाद हो गया है इसे आगे कुछ नई हो सकता ।
एक कोर्ट मैंने पड़ा था । मुझे बड़ा पसंद है
Life gose on जिन्दगी चलती चलती रहती है
So just keep going
Life gose on. so just keep going चलते रहिए ।सब कुछ अच्छा होगा ।
ये विश्वास राखिए
Rj vijay फिर आपसे एक बात कहेगा ।
फेल होना बहुत बड़ी बात है तो ऐसा मत सोचिए
फेल होने के बाद बाउंस बैक करना सबसे कमाल और सबसे जरूरी बात है ।
ऐसे कई सारे एग्जांपल (example) हमारे सामने है जो फेल हुए लेकिन उन्होंने वापसी की
तो कमबैक करने के लिए तैयार रहिए ।
डिप्रेशन को टाटा बाय बाय कीजिए।
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