किसी ने बड़े कमाल के बात कही है
कि मैंने भगवान से पूछा कैसी होती है आपकी पूजा ।
उन्होंने कहा तु खुद भी मुस्कुरा औरों को भी मुस्कुराने दे बस हो गई मेरी पूजा।।
नमस्ते दोस्तों मेरा नाम है । Rj vijay ।
एक बहुत ही खूबसूरत सी कहानी है जिसने लिखी है वो कहते हैं कि मेरे घर में पुरानी गाड़ी थी (बाइक) थी।
वो हमारे काम नहीं आती थी ।
घर में सब के पास साधन हो चुके थे। मैंने कार ले ली थी तो बाइक रखी हुई थी।
एक दिन खयाल आया कि इसको बेच देते हैं ।
ऑनलाइन पोर्टल पर फिर उसने सोचा कि इसकी कीमत क्या रखें 30,000 ठीक रहेगी₹30,000 मैंने लिख दी।
उस दिन के बाद मेरे पास कई कॉल मेरे पास में आने लगे
कोई उस गाड़ी के कीमत 15 बताता था तो कोई 17 कोई कहता था।
22 ले लीजिए कोई कहता था 25 ले लीजिए 28 तक बात पहुंच चुकी थी।
लेकिन वह 30 वाला कॉल आया नहीं था। मुझे लगता था 28 में ही बेचनी पड़ेगी।
तभी शाम के समय एक कॉल आया एक बुजुर्ग व्यक्ति की आवाज थी। वह बुजुर्ग व्यक्ति कह रहे थे।
कि आपकी गाड़ी का विज्ञापन हमने देखा बेटा बता रहा था इंजीनियरिंग कर रहा है। आखरी साल है।
कभी पैदल गया है कॉलेज कॉलेज में कभी बस से गया है।
कभी धक्के का खाते गया है कभी किसी बाइक पर से गया है।
लेकिन मेरे दिल में इच्छा है कि आखरी साल में कम से कम अपनी बाइक पर जाए ।
बाबू साहब ज्यादा पैसे नहीं हैं
पर आप से दरखास्त कर रहा था बाइक आपकी अच्छी लग रही है। और बच्चे को पसंद किया है।
वह कह रहे हैं पापा ऐसी वाली बाइक चाहिए।
आपसे हाथ जोड़ कर निवेदन है थोड़ा सा समय दे दीजिए।
मैं पैसे लेकर आऊंगा पूरे और गाड़ी लेकर जाऊंगा आप किसी को भी दीजिएगा मत ऐसा बोलकर कि उन्होंने फोन कट कर दिया मैं सोचने लगा उन्होंने यह भी नहीं कहा 15 में दे दीजिए 18 में दे दीजिए उन्होंने कहा पूरे पैसे लेकर के आऊंगा लेकर जाऊंगा।
और उनकी आवाज से लग रहा था। ज्यादा परेशानी में है। उनके पास में ज्यादा पैसे है नहीं । शाम का समय था घर में संध्या आरती होने होने वाले थी ।
पता नहीं मुझे भगवान ने क्या बुद्धि दी फटाफट मैं उन्हें कॉल करके कहा कि सर आप जहां कहीं से भी बोल रहे हैं आप मेरा पता लिखिए और कल आ जाइए।
कितने पैसे हैं आपके पास तो उन्होंने कहा बाबू साहब 20,000 जोड़ पाया हूं।
थोड़ा सा और समय दीजिए मोबाइल बेच दूंगा कुछ सामान ,बेच दूंगा ₹10,000 वो इकट्ठे करके 30,000 लेकर आऊंगा।
मैंने कहा नहीं बस 20,000 रुपए लेकर आ जाइएगा कल और गाड़ी लेकर जाइएगा।
उनके चेहरे पर जो खुशी थी जो आवाज मैं जो खुशी थी। वह बया नहीं की जा सकती।
उसके बाद रात में एक दो बार और उस्ताद कॉल आया पक्का आ जाऊ ना सुबह-सुबह कॉल आ गया आ जाऊ ना बेटा तैयार हो गया है।
हम आ रहे हैं। आपके लिए निकल चुके हैं ।
आपके पास आने के लिए मैंने कहा हां जी हां जी आइए वो जो पिता पुत्र घर पर आए तो 20,000 जोड़कर के लाए थे 500 के नोट थे 2,000 का एक नोट था सौ सौ के नोट थे 50 के नोट थे 10 10 के नोट थे20 के थे वह दिख रहा था कि बड़ी मेहनत से कमाए हुए हैं।
और जैसे तसे जोड़कर इकट्ठे किए है वह मुझसे कहने लगे आप गिन लीजिए मैंने कहा नहीं नहीं आपने दे दिए ठीक है ।
वह बाइक की दोनों चाबियां उस लड़के के हाथ में आई और पिता के चेहरे पर जो मुस्कुराहट मुस्कान थी।
मुझे लगा जैसे जीवन में सबसे बड़े कमाई कर ली मैं अपनी गाड़ी को सस्ते में बेच रहा था₹10,000 कम में बेच रहा था।
28 का ऑफर होने के बाद भी 20 में दे रहा था लेकिन मेरे चेहरे पर खुशी थी वो जो रुपए लेकर के आए थे उसमें से ₹500 के नोट वापस दे दिए।
और कहां जाते जाते मिठाई खरीद लीजिए गा ।
क्योंकि मन में एक बात थी की क्या पता इनके पास में पेट्रोल डलवाने के पैसे होंगे या नहीं होंगे , होंगे तो मिठाई खरीद लेंगे थोड़ा पेट्रोल डलवा लेंगे ।
वो पिता पुत्र मुझे बहुत सारे दुआएं दे करके वो जो बुजुर्ग बहुत सारे आशीर्वाद देकर के वहां से गए उस दिन ऐसा लगा जीवन की कमाई कर ली छोटी सी कहानी है।
हमें सिखाती है कि अगर आप दूसरे के चेहरे पर अपनी तरफ से थोड़ी सी भी मुस्कान लाए तो बात बन जाती है ।
एक बार फिर से वही बात जो आप से कहता हूं।
ऊपर वाले के आशीर्वाद के साथ अपनी मेहनत और
अपनों के प्यार के साथ।।
कर दिखाओ कुछ ऐसा।
कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा।
By rjvijay
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