आपका कद चाहे जितना लंबा हो आप आने वाले कल को कभी देख नहीं सकते|
नमस्ते दोस्तों मैं हूं आपका दोस्त Rjvijay
एक छोटी सी कहानी लेकर
एक बार भगवान विष्णु जी अपने सवारी गरुड़ पर सवार होकर के कैलाश पर्वत पहुंचे भगवान शिव जी से मिलने के लिए गरुड़ जी जो इतना तेज उड़ते थे उनकी रफ्तार का कोई मुकाबला नहीं था ।
कैलाश पर्वत पहुंच गए भगवान विष्णु जी भगवान शिव जी से मिलने के लिए अंदर चले गए और गरुड़ जी जो थे वहां जो कैलाश पर्वत कि जो खूबसूरती उसे निहारने लगे वह जो प्रकृतिक दृश्य था।
उसने उसे सम्मोहित कर लिया वह देख रहे थे कितनी सुंदर जगह पर भगवान शिव जी रहते हैं।।
तभी उनकी नजर एक छोटी सी चिड़िया पर पड़ी रंग बिरंगी चिड़िया छोटी सी प्यारी सी और उसे देख कर के गरुड़ जी सोचने लगे ईश्वर ने कितने खूबसूरत चिड़िया बनाई है।
कितने सुंदर पक्षी हैं बहुत ही खूबसूरत है उससे निहार ही रहे थे कि तभी वहां कैलाश पर्वत पर यमराज आ गए उसने प्रणाम किया गरुड़ जी ने यमदेव जो थे उन्होंने आशीर्वाद दिया उसके बाद यमदेव जो थे ।
उस चिड़िया को आश्चर्य से देखने लगे और देखते-देखते वह अंदर चले गए वह जब बैठक थी जिसमें आए थे भगवान शिव जी से मिलने वह भी आए थे।
और जब वह अंदर चले गए तो गरुड़ जी को चिंता सताने लगी की यमदेव ने उस चिड़िया को आश्चर्य से देखा इसका मतलब उस चिड़िया का समय आ गया है ।
अंत समय आ गया है और जब यमदेव यहाँ से निकलेंगे बाहर तो उसे अपने साथ लेकर के चले जाएंगे मुझे इस चिड़िया इस चिड़िया को बचाना होगा यही थॉट लेकर के गरुड़ जी सोचने लगे क्या करूं उनके मन में विचार आया पंजे में वह छोटी चिड़िया को दबाया और कैलाश पर्वत से उड़ गए हजारों कोस दूर आ गए जैसा मैंने बताया उनकी रफ्तार बहुत ही तेज गति बहुत तेज जंगल में सुनसान जगह पर चट्टान पर जाकर के बैठा दिया और ईश्वर से कहने लगे कैसे पहुंच जाएगी इतने से कम समय में समय तो आ चुका है ।
अब यह चिड़िया नहीं दिख रही है गरुड़ निश्चित ही उस चिड़िया की मृत्यु हो गई होगी ऐसा बोल करके यमराज जी वहां से चले गए और गरुड़ जी सोचने लगे यह मैंने क्या कर दिया मैं खुद उस चिड़िया को वहां जंगल में छोड़ आया जहां अब तक सांप उसे खा गया होगा ।
उसकी मृत्यु हो चुकी होगी ये कहानी बस यह समझती है और सिखाती है की मृत्यु को कोई टाल नहीं सकता अगले पल का किसी को पता नहीं है हम बहुत सारे सालों के आगे आने वाले सालों की प्लानिंग करते हैं ।
लेकिन अब अगले पल का पता नहीं कि अगले सेकंड में क्या होगा कि जैसा मैंने शुरू में बोला कि आपका कद चाहे जितना भी बड़ा हो लंबा हो आप आने वाले कल को देख नहीं सकते उसका पता नहीं लगा सकते कहने का मतलब सिर्फ यह है कि आज में जीना शुरू कीजिए जो है आज में है इसी लम्हे में है ।
जिंदगी को अभी में जीना शुरू कीजिए अच्छे-अच्छे लम्हों को अपनी जिंदगी में अपनी जिंदगी में लाना शुरू कीजिए अच्छा काम कीजिए ताकि आने वाला कल भी अच्छा रहे।।
एक बार फिर आपसे कहना चाहता हूं जो अक्सर कहता हूं ऊपर वाले की प्यार के साथ और अपनी सच्ची मेहनत के साथ और अपनों के प्यार के साथ
कर दिखाओ कुछ ऐसा ।
कि दुनिया करना चाहे आपके जैसा।।
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