किसी ने बड़े कमाल की बात कही है इंसान अगर ठोकर खाने के बाद भी अगर ना सुधरे तो उसकी मर्जी । वरना पत्थर ने तो अपना फर्ज निभा ही दिया था।। नमस्ते दोस्तों मैं हूं rj vijay एक छोटी सी कहानी है एक पक्षी की जो रेगिस्तान में बहुत ही बुरे हाल में जी रहा था। उसके पंख जो थे वो भी गिर चुके थे। एक ऐसी जगह पर था जहां ना तो पीने के लिए पानी था। ना वो उड़कर कहीं जा सकता था। ना कुछ खा सकता था। ऐसा लग रहा था जैसे अपनी अंतिम सांसे गिन रहा था। तभी उसने आसमान में से उड़ते हुए गरुड़ जी को देखा भगवान विष्णु जी की सवारी गरुड़ जी। आवाज लगाई प्रार्थना की मेरी पुकार सुनिए। गरुड़ जी आए उसने पूछा क्या हाल हो गया है तो उसने बताया कि भटकते भटकते आ गया था अब यहां पर परेशान हो रहा हूं। मैं यहां से उड़कर भी कहीं नहीं जा सकता मेरे पंख नहीं बचे हैं। आप कहां जा रहे हैं गरुड़ जी ने बोला मैं तो स्वर्ग जा रहा हूं। तो उस पक्षी ने कहा ये मत पूछना मैं स्वर्ग कब आऊंगा। आप ये पूछ लीजिएगा मेरा ये हाल कब ठीक होगा । आप मेरे लिए कोई जवाब ले करके जरूर वापस आइएगा। मैं आपकी प्रतीक्षा करूंगा। गरुड़ जी...